आपकी हस्ती का कुछ ऐसा
असर हुआ
आपके साथ आसान हर सफ़र
हुआ
जाने कैसे इतना वक़्त
गुज़र गया
हर इंतेज़ार आपकी वजह
से मुख्तसर हुआ
आप हो तो कैसे हर चीज़
सुलझ जाती है
इस बात का ताज्जुब मुझे
अक्सर हुआ
क्योंकि आप हो ज़िंदगी
मे मेरी
मैं हर फ़िक्र से बे-फ़िक्र
हुआ
No comments:
Post a Comment