Friday, December 28, 2012

आँखें कभी झूठ नहीं बोलती


हाँ, ये सच है के मैं झूठ बोलता हूँ 
पर ये झूठ है के मैं सच नहीं बोलता 
मैंने कुछ नहीं बताया क्योंकि किसी ने कुछ पुछा ही नहीं 
और जब पुछा भी तो कैसे?
सबको वो ही चाहिए जो वो सुनना चाहते हैं 
तो मैं क्यों   हाल-ए -दिल  खोलूँ किसी के  आगे?

और मेरा पूछना उनको नहीं भाता 
शायद उनको  भी पता है 
जो वो बोलेंगे वो मुझे पसंद न  होगा !!

उन्हें इस बात का इल्म है, के मैं गलत नहीं हूँ
पर सही तो कोई एक ही हो सकता है ना?
इश्क पूरा ना सही, अधूरा भी नहीं है इश्क मेरा लेकिन.....

हाँ, ये सच है के मैं झूठा हूँ 
पर यह झूठ है के मैं सच नहीं बोलता 
आँखें कभी झूठ नहीं बोलती.......

ishQ
29th December 2012

Thursday, December 20, 2012

बेक़ाबू होते होते


मुस्कुराता रहा के आंसू ना निकले बेसबब 
उनके दीदार पे ख़ुशी के आंसू निकल ही गए 

सोच के रखा था के रूठे  रहेंगे के वो मनाएं 
वो पास आए तो आगोश फिसल ही गए 

कहते थे न बदलेंगे ज़माने की तरह 
वक़्त बदला और उनके अंदाज़ बदल ही गए 

इश्क़ का सुरूर और चाहत का जूनून 
बेक़ाबू होते होते वो संभल ही गए 

ishQ
21st December 2012

Friday, December 14, 2012

अलविदा


ka "alvida"

जाते जाते वो गया नहीं
रुकते रुकते पर रुका भी नहीं

दिल टूट गया इक इशारे पे
आह उठी पर दुखा भी नहीं

उठ के यूँ गया अचानक महफ़िल से
अलविदा कर सका भी नहीं

Q

14th December 2012

Monday, December 03, 2012

बेकाबू इश्क




सर्द रातें
गर्म यादें
सूखे आरज़ू
नर्म वादे

हल्दी सुबहें
सुर्ख शाम
भीगी बूँदें
बहता नाम

रूकती  राहें
दौड़ते  मंजिल
बेकाबू "इश्क"
मासूम दिल


Q
4th December 2012