य़ू तो है दोस्ती हममे बड़ी अच्छी
निभती भी है ग़म मे बड़ी अच्छी
बस छोटी-छोटी खुशियों की कमी है वरना
कट रही है ज़िन्दगी कम मे बड़ी अच्छी
दिल चोट खाता है हर बार खासियत देख कर
जो है जलन और ठंडक की मरहम मे बड़ी अच्छी
नहीं आने की खबर हर बार भेजता है
ये इक बात है मेरे सनम मे बड़ी अच्छी
ishQ
9th July 2012
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